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Brahma Kumaris Murli Manthan 18 June 2020

Brahma Kumaris Murli Manthan 18 June 2020

"मीठे बच्चे - बाप तुम्हें नई दुनिया के लिए राजयोग सिखला रहे हैं, इसलिए इस पुरानी दुनिया का विनाश भी जरूर होना है''

Baba kahte hain mithe bache, tum rajyog sikh rahe ho, kisliye? Rajyog sikhkar tum swayang par jeet pate ho, maya par jeet pate ho. Aur nayi duniya me tumeh rajya-bhag milta hain. Tum swarg ke maharaja bante ho. Ussi ke liye rajyog sikha rahe hai baba. Nayi dunia ki sthapna aur purani dunia ka vinash ho jati hain. Purani dunia ka kya karege, wo toh vinash ko pata hain. Kisi chiz ki aati thik nahi hoti hain. Jab yeh dunia puri gandi ho jati hain toh bhagwan inhe shudh kar dete hain. Jaise din hoti hain toh raat khatam ho jati hain. Yeh prakirti apna kaam karti hain. 

प्रश्नः-

मनुष्यों में कौन-सी एक अच्छी आदत पड़ी हुई है लेकिन उससे भी प्राप्ति नहीं होती?

उत्तर:-

मनुष्यों में भगवान को याद करने की जैसे आदत पड़ी हुई है, जब कोई बात होती है तो कह देते हैं-हे भगवान! सामने शिवलिंग आ जाता है लेकिन पहचान यथार्थ न होने के कारण प्राप्ति नहीं होती है फिर कह देते सुख-दु:ख सब वही देता है। तुम बच्चे अभी ऐसे नहीं कहेंगे।

अब तुम बच्चे जानते हो कि बाप ने अपना परिचय दिया है कि मैं छोटी बिन्दू हूँ। मुझे ही ज्ञान का सागर कहते हैं। मुझ बिन्दू में सारा ज्ञान भरा हुआ है। 

बाप तो सिर्फ देखते हैं कि कोई पाप कर्म में तो पैसे खराब नहीं करते हैं? मनुष्य को पुण्य आत्मा बनाने में पैसा लगाते हैं?

धारणा के लिए मुख्य सार:-

1) शिवबाबा को अपना वारिस बनाकर सब कुछ एक्सचेंज कर देना है। वारिस बनाकर शरीर निर्वाह भी करना है, ट्रस्टी समझकर रहना है। पैसे कोई भी पाप कर्म में नहीं लगाने हैं।

2) अन्दर खुशी में गुदगुदी होती रहे कि स्वयं ज्ञान का सागर बाबा हमको पढ़ा रहे हैं। पुण्य आत्मा बनने के लिए याद में रहना है, माया के तूफानों से डरना नहीं है।

वरदान:-

रूहानियत की स्थिति द्वारा व्यर्थ बातों का स्टॉक खत्म करने वाले खुशी के खजाने से सम्पन्न भव


रूहानियत की स्थिति द्वारा व्यर्थ बातों के स्टॉक को समाप्त करो, नहीं तो एक दो के अवगुणों का वर्णन करते बीमारी के जर्मस वायुमण्डल में फैलाते रहेंगे, इससे वातावरण पावरफुल नहीं बनेगा। आपके पास अनेक भावों से अनेक आत्मायें आयेंगी लेकिन आपकी तरफ से शुभ भावना की बातें ही ले जाएं। यह तब होगा जब स्वयं के पास खुशी की बातों का स्टॉक जमा होगा। यदि दिल में किसी के प्रति कोई व्यर्थ बातें होगी तो जहाँ बातें हैं वहाँ बाप नहीं, पाप है।

स्लोगन:-

स्मृति का स्विच आन हो तो मूड ऑफ हो नहीं सकती।

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About Me - BK Ravi Kumar

I am an MCA, IT Professional & Blogger, Spiritualist, A Brahma Kumar at Brahmakumaris. I have been blogging here.