Brahma Kumaris Murli Manthan 8th July 2020
"मीठे बच्चे - तुम्हारी पढ़ाई का फाउन्डेशन है प्योरिटी, प्योरिटी है तब योग का जौहर भर सकेगा, योग का जौहर है तो वाणी में शक्ति होगी''
Aaj baba kahte hai mithe bacche, pure gyan ka sar hai ki hame patit se pavan banna hai, pavitra banna hai, pavitrata padhai ka foundation hai. Pavitrata hai toh padhai me bhi man lagta hai aur yog me jouhar bharta jata hain. aur yog me jouhar hone se hamare wani me shakti aati hain. Yog me rahkar ham kisi ko bhi baba ka sandesh dete hain toh usse turant tir lagta hain. Isliye vikar me kabhi nahi jana, maya le jayegi toh bada attention rakhna. Baap ka bankar baap ka naam badnam mat karna. Tum devta the, phir se tumeh baba devta bana rahe hain.
प्रश्नः-
तुम बच्चों को अभी कौन-सा प्रयत्न पूरा-पूरा करना है?
उत्तर:-
सिर पर जो विकर्मों का बोझा है उसे उतारने का पूरा-पूरा प्रयत्न करना है। बाप का बनकर कोई विकर्म किया तो बहुत ज़ोर से गिर पड़ेंगे। बी.के. की अगर निंदा कराई, कोई तकलीफ दी तो बहुत पाप हो जायेगा। फिर ज्ञान सुनने-सुनाने से कोई फायदा नहीं।
Baba kahte hai, gyan se vikaram vinash nahi honge, isliye sir par jo vikarmo ka bhojha hai usse khatam karo, baap ko yaad karne se hi vikarmo ka bojha khatam hoga. Baap ka bankar koi vikaram nahi karna hai, bhojha ko khatam karne ka purushart karna hain.
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) पढ़ाई के साथ-साथ पवित्र जरूर बनना है। ऐसा लायक वा सपूत बच्चा बन सर्विस का सबूत देना है। श्रीमत पर स्वयं को श्रेष्ठ बनाना है।
2) स्थूल धन भी व्यर्थ नहीं गँवाना है। पतितों को दान नहीं करना है। ज्ञान धन भी पात्र को देखकर देना है।
वरदान:-
सदा मोल्ड होने की विशेषता से सम्पर्क और सेवा में सफल होने वाले सफलतामूर्त भव
जिन बच्चों में स्वयं को मोल्ड करने की विशेषता है वह सहज ही गोल्डन एज की स्टेज तक पहुंच सकते हैं। जैसा समय, जैसे सरकमस्टांश हो उसी प्रमाण अपनी धारणाओं को प्रत्यक्ष करने के लिए मोल्ड होना पड़ता है। मोल्ड होने वाले ही रीयल गोल्ड हैं। जैसे साकार बाप की विशेषता देखी - जैसा समय, जैसा व्यक्ति वैसा रूप - ऐसे फालो फादर करो तो सेवा और सम्पर्क सबमें सहज ही सफलतामूर्त बन जायेंगे।
स्लोगन:-
जहाँ सर्वशक्तियां हैं वहाँ निर्वि5घ्न सफलता साथ है।
"मीठे बच्चे - तुम्हारी पढ़ाई का फाउन्डेशन है प्योरिटी, प्योरिटी है तब योग का जौहर भर सकेगा, योग का जौहर है तो वाणी में शक्ति होगी''
Aaj baba kahte hai mithe bacche, pure gyan ka sar hai ki hame patit se pavan banna hai, pavitra banna hai, pavitrata padhai ka foundation hai. Pavitrata hai toh padhai me bhi man lagta hai aur yog me jouhar bharta jata hain. aur yog me jouhar hone se hamare wani me shakti aati hain. Yog me rahkar ham kisi ko bhi baba ka sandesh dete hain toh usse turant tir lagta hain. Isliye vikar me kabhi nahi jana, maya le jayegi toh bada attention rakhna. Baap ka bankar baap ka naam badnam mat karna. Tum devta the, phir se tumeh baba devta bana rahe hain.
प्रश्नः-
तुम बच्चों को अभी कौन-सा प्रयत्न पूरा-पूरा करना है?
उत्तर:-
सिर पर जो विकर्मों का बोझा है उसे उतारने का पूरा-पूरा प्रयत्न करना है। बाप का बनकर कोई विकर्म किया तो बहुत ज़ोर से गिर पड़ेंगे। बी.के. की अगर निंदा कराई, कोई तकलीफ दी तो बहुत पाप हो जायेगा। फिर ज्ञान सुनने-सुनाने से कोई फायदा नहीं।
Baba kahte hai, gyan se vikaram vinash nahi honge, isliye sir par jo vikarmo ka bhojha hai usse khatam karo, baap ko yaad karne se hi vikarmo ka bojha khatam hoga. Baap ka bankar koi vikaram nahi karna hai, bhojha ko khatam karne ka purushart karna hain.
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) पढ़ाई के साथ-साथ पवित्र जरूर बनना है। ऐसा लायक वा सपूत बच्चा बन सर्विस का सबूत देना है। श्रीमत पर स्वयं को श्रेष्ठ बनाना है।
2) स्थूल धन भी व्यर्थ नहीं गँवाना है। पतितों को दान नहीं करना है। ज्ञान धन भी पात्र को देखकर देना है।
वरदान:-
सदा मोल्ड होने की विशेषता से सम्पर्क और सेवा में सफल होने वाले सफलतामूर्त भव
जिन बच्चों में स्वयं को मोल्ड करने की विशेषता है वह सहज ही गोल्डन एज की स्टेज तक पहुंच सकते हैं। जैसा समय, जैसे सरकमस्टांश हो उसी प्रमाण अपनी धारणाओं को प्रत्यक्ष करने के लिए मोल्ड होना पड़ता है। मोल्ड होने वाले ही रीयल गोल्ड हैं। जैसे साकार बाप की विशेषता देखी - जैसा समय, जैसा व्यक्ति वैसा रूप - ऐसे फालो फादर करो तो सेवा और सम्पर्क सबमें सहज ही सफलतामूर्त बन जायेंगे।
स्लोगन:-
जहाँ सर्वशक्तियां हैं वहाँ निर्वि5घ्न सफलता साथ है।
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