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Brahmakumaris Murli Manthan 20 July 2018

Brahmakumaris Murli Manthan 20 July 2018

Sweet children, give the Father news of your stage with an open heart. Remembrance of the Father can only stay in a true and open heart.

''मीठे बच्चे - बाप को अपनी अवस्था का समाचार खुले दिल से दो, खुली व सच्ची दिल में ही बाप की याद टिक सकती है''

Aaj baba ne kha ki bacche baba ko apni awastha khule dil se batao, khule dil wale ya sacche dil walo main hi baba ki yaad tik sakti hai.

प्रश्न:

इस समय छोटे-बड़े सबकी वानप्रस्थ अवस्था होते भी तुम कौन-से बोल मुख से नहीं कह सकते हो?

उत्तर:

बाबा, अभी जल्दी करो, अभी हम घर चलें, यहाँ तो बहुत दु:ख है। बाबा कहते - तुम बच्चे ऐसा कभी नहीं कह सकते क्योंकि तुम अभी ईश्वर के सम्मुख बैठे हो। अभी तुम्हें शीतल गोद मिली है। इस समय तुम ऊंचे ते ऊंचे बने हो। सतयुग में डिग्री कम हो जायेगी। दैवी सन्तान बनेंगे, ईश्वरीय नहीं इसलिये तुम जल्दी नहीं कर सकते।

Baba ne kha ki tum bacche jaldi nahi kar sakte, kyoki iss sangam yug main hi bhagwan aate hai aur koi yug main nahi aate hai. Tum bacche ko itni hadbadi kyo hai satyug main jane ki, tum bache ko bhagwan ka aana aacha nahi laga kya?

Ek sangam yug hi chadhti kla hoti hai, baki sare utarti kla hoti hai. Isliye bacche iss yug main aache padhai, purusharth karke asur se devta banna hai. Om Shanti

मीठे-मीठे सिकीलधे बच्चों प्रति मात-पिता बापदादा का याद, प्यार और गुडमार्निंग। रूहानी बाप की रूहानी बच्चों को नमस्ते।

धारणा के लिए मुख्य सार:

1) स्कॉलरशिप लेने के लिये अच्छी रीति पढ़ना है, तख्तनशीन बनने की दौड़ लगानी है। कर्म करते याद में रहना है।

2) हम रूहानी यात्रा पर हैं, इसलिये और सबकी याद बुद्धि से निकाल बाप की याद में निरन्तर रहना है। याद का रजिस्टर ठीक रखना है।

वरदान:

रूहानियत की शक्ति द्वारा दूर रहने वाली आत्माओं को समीपता का अनुभव कराने वाले मा. सर्वशक्तिमान भव!

जैसे साइन्स के साधनों द्वारा दूर की हर वस्तु समीप अनुभव होती है, ऐसे दिव्य बुद्धि द्वारा दूर की वस्तु समीप अनुभव कर सकते हो। जैसे साथ रहने वाली आत्माओं को स्पष्ट देखते, बोलते, सहयोग देते और लेते हो, ऐसे रूहानियत की शक्ति द्वारा दूर रहने वाली आत्माओं को समीपता का अनुभव करा सकते हो। सिर्फ इसके लिए मास्टर सर्वशक्तिमान, सम्पन्न और सम्पूर्ण स्थिति में स्थित रहो और संकल्प शक्ति को स्वच्छ बनाओ।

स्लोगन:

अपने हर संकल्प, बोल और कर्म द्वारा औरों को प्रेरणा देने वाले ही प्रेरणामूर्त हैं।

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About Me - BK Ravi Kumar

I am an MCA, IT Professional & Blogger, Spiritualist, A Brahma Kumar at Brahmakumaris. I have been blogging here.