Brahmakumaris Murli Manthan 11 July 2018
''मीठे बच्चे - सारी सृष्टि का पालनकर्ता एक बाप है, वह कभी किसी की पालना नहीं लेते, सदा निराकार हैं - यह बात सिद्ध कर सबको समझाओ''प्रश्नः-
गॉडली स्टूडेन्ट की पहली मुख्य निशानी क्या होगी?
उत्तर:-
गॉडली स्टूडेन्ट कभी भी मुरली सुनने बिगर नहीं रह सकते। वह ऐसे नहीं कहेंगे कि हमें मुरली सुनने की फुर्सत ही नहीं मिलती। जहाँ भी हैं प्वाइन्ट्स मंगाकर भी पढ़ेंगे। कितनी अथाह प्वाइन्ट्स चलती हैं! अगर मुरली नहीं सुनेंगे तो धारणा कैसे होगी? यह पढ़ाई है, सुप्रीम टीचर पढ़ाने वाला है तो बच्चों को मुरली कभी मिस नहीं करनी चाहिए।
मीठे-मीठे सिकीलधे बच्चों प्रति मात-पिता बापदादा का याद, प्यार और गुडमॉर्निंग। रूहानी बाप की रूहानी बच्चों को नमस्ते।
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) अच्छा होशियार सेल्समैन बन अविनाशी ज्ञान-रत्नों का व्यापार करना है। अविनाशी प्रालब्ध बनाने के लिए अपना बुद्धियोग एक बाप से लगाना है।
2) पास विद ऑनर होने के लिए सच्चा-सच्चा आशिक बनना है। निरन्तर एक माशूक की याद में रहना है।
वरदान:-
इस मरजीवा जीवन में सदा सन्तुष्ट रहने वाले इच्छा मात्रम् अविद्या भव
आप बच्चे मरजीवा बने ही हो सदा सन्तुष्ट रहने के लिए। जहाँ सन्तुष्टता है वहाँ सर्वगुण और सर्वशक्तियां हैं क्योंकि रचयिता को अपना बना लिया, तो बाप मिला सब कुछ मिला। सर्व इच्छायें इक्ट्ठी करो उनसे भी पदमगुणा ज्यादा मिला है। उसके आगे इच्छायें ऐसे हैं जैसे सूर्य के आगे दीपक। इच्छा उठने की तो बात ही छोड़ो लेकिन इच्छा होती भी है - यह क्वेश्चन भी नहीं उठ सकता। सर्व प्राप्ति सम्पन्न हैं इसलिए इच्छा मात्रम् अविद्या, सदा सन्तुष्ट मणि हैं।
स्लोगन:-
जिनके संस्कार इज़ी हैं वे कैसी भी परिस्थिति में स्वयं को मोल्ड कर लेंगे।
ओम् शान्ति।
No comments:
Post a Comment