डोमेस्टिक वायलेंस: सिंगल मदर का अपने बेटी के लिए स्कूल में दाखिला को लेकर प्रधानाचार्या को आवेदन पत्र
आये देखें कैसे एक डोमेस्टिक वायलेंस की शिकार सिंगल मदर ने अपने बेटी के लिए केंद्रीय विद्यालय को लिखा आवेदन पत्र. वो सिंगल मदर अभी जाबलेस है और उसकी आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर है और इस कारण से वो अपने बेटी का दाखिला कहीं नहीं करवा पा रही थी, इस कारण उसने केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्या को लिखा मार्मिक आवेदन पत्र |
बेटी के लिए स्कूल में दाखिला को लेकर प्रधानाचार्या को आवेदन पत्र
सेवा
में,
प्रधानाचार्या,
केंद्रीय
विद्यालय, आसनसोल, वेस्ट बंगाल
महोदया,
सविनय
निवेदन है कि मैं
आपके विद्यालय में अपनी बेटी का दाखिला करवाना
चाहती हूँ, मैंने इस साल फॉर्म
भी भरा था |
बड़े
दुःख की साथ यह
कहना पड़ रहा है
कि मेरी बेटी पढ़ना चाहती है और उससे
यह सौभाग्य नसीब नहीं हो पा रहा
है | इसका कारण यह है कि
मेरे पति मुझे बहुत मारा करते थे और अपनी
बेटी को भी बहुत
दुःख देते थे | वो बार बार
मुझसे और मेरे घर
वालो से दहेज़ की
मांग करते थे | जब मुझसे यह
सब नहीं सहा गया तब मुझे वहाँ
से अपने माँ के घर आना
पड़ा| इस कारण से
मुझे अपने पति को छोड़ना पड़ा
और मैं अब अपने माँ
के घर रहती हूँ
अपने बेटी के साथ | मैं
आर्थिक रूप से बहुत कमजोर
हूँ इस कारण अपनी
बेटी का दाखिला कही
नहीं करवा पा रही हूँ|
मुझे
आपके विद्यालय से बहुत उम्मीदे
है कि आप मेरी
बेटी का दाखिला ले
ले | मैं सिलाई सिख रही हूँ ताकि अपने पैर पर खड़ी हो सकू
और अपने बेटी का लालन-पालन
सही से कर सकू
और उसके ज़िन्दगी में उसके पिता की कमी महसूस
होने न दूँ|
अत:
आपसे करबद्ध प्रार्थना है
कि मेरी बेटी को भी पढाई
का मौका दे, और आप अपने
विद्यालय में मेरी बेटी को दाखिला दे
ताकि वो भी अपनी
पढ़ाई जारी रख सके और
पढ़-लिखकर भविष्य में अपनी माँ का सहारा बन
सके |
धन्यवाद
सहित,
आपकी
विश्वासी
अनीता
दिनांक
: 25.05.2018
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