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Karam Karte Samay Swaman Me Rahe

*सुबह आँख खुलते ही!

*• बाबा को गुड़मॉर्निंग*

*• सुबह का आदि काल अमृतवेला… बाबा की यादों में*

• ब्रश करते… मैं आत्मा इस शरीर रूपी रथ को साफ कर रही हूँ

• स्नान करते… मैं इस मन्दिर को साफ कर रही हूँ, जिसमें बाबा की अति प्रिय देवता मूर्ति (मैं आत्मा) विराजमान है!


*अगर विशेष तैयार होना हो*

• बिंदी लगाते… आत्मिक स्मृति का तिलक

• रूहानी शीतल दृष्टि

• यदि मेकअप करना पड़े… हर्षितमुखता की लाली

• रूहानी मुस्कान की लिपस्टिक

• कुंडल पहनते… Hear no evil, मैं कुछ गलत नहीं सुनूंगी

• इत्र लगाते… दिव्यगुणों के वाइब्रेशन की स्मृति

• सैट पहनते… गुणों की स्मृति

• ईश्वरीय मर्यादाओं का कंगन

• परमात्म प्रेम की अंगूठी

• ड्रेस धारण करते… देवता रूप की ड्रेस

• आईना देखते… मन का मुखड़ा देख ले प्राणी, जरा दर्पण में!


*बाहर निकलते*

• बैग उठाते… सभी ज्ञान के पॉइंट कार्यक्षेत्र पर ले जाना

• शूलेस टाइट करते… अपना आज का लक्ष्य पक्का करना

• घर से बाहर निकलते… बाबा के साथ जाना

• लिफ्ट में… मुझे सबकी दुआओं की भी लिफ्ट मिली है, सेवा भी भाग्य की लिफ्ट है

• चाबी से वाहन शुरू करते… मेरा बाबा, सर्व खज़ानों की चाबी है!

• कार चलाते… मैं डबल ड्राइवर हूँ, स्थूल कार और शरीर दोनों को चलाता हूँ… बाबा के गीत सुनते

• सिग्नल पर… अपने मन की गति को भी धीरे करे, ट्रेफिक कंट्रोल!

• किसी के घर जाने के पहले चप्पल उतारते… देह-भान उतारना


*सेन्टर जाते*

• जाते… मैं बाबा के घर जा रही हूँ

• आते… मैं सेवा-स्थान आ रही हूँ

• बाबा की रूम में… दिल से बाबा से बातें करे

• मुरली सुनते… देखे, बाबा मुरली सुनाते हुए (और भी कई अभ्यास है)

• सबको देखते… यह बड़ा सुन्दर ईश्वरीय परिवार है


*व्यायाम करते*

• Walking करते… बाबा के हाथों में हाथ

• Exercise करते… मन को भी ऎसे flexible करना है

• सांसो का व्यायाम… बाबा ने मुझे नया जीवन, जियदान दिया है

• धड़कन का आवाज… मुझे अपने समय-श्वास को सफल करना है


*ऑफिस*

• कार्य शुरू करने से पहले… बाबा का आह्वान

• कार्य समाप्त करने के बाद… थैंक्स बाबा!

• कार्य करते हुए… बाबा मेरे साथ है, मैं बाबा के साथ combined हूँ

• कंप्यूटर पर कार्य करते… मैं आँखों द्वारा देख, हाथों द्वारा कर्म कर रही हूँ

• बीच-बीच में… बाबा से बातें

• मीटिंग से पहले… सब आत्माओं से मिलना है

• सैलरी मिलते… बाबा ने मुझे कितना अविनाशी ज्ञान रत्नों से भरपूर किया है!

• प्रोमोशन मिलते… बाबा ने भी मुझे, कहाँ से कहाँ पहुँचा दिया है


*घर-काम करते*

• यह बाबा का घर है

• बच्चें संभालते… यह बाबा के बच्चे है

• झाडू़ लगाते… मन को भी पुरानी बातों से साफ करना

• कपड़े मशीन में डालते… बाबा भी मुत पलिती कपड़ धोते, मुझ आत्मा को साफ करते

• बर्तन साफ करते… यह शिवबाबा के भण्डारे की सेवा है

• पानी भरते… बाबा मुझे शक्तियों से भर रहे है, पानी भी चार्ज हो रहा है

• पानी / दूध पीते… बाबा मुझे रोज़ ज्ञान अमृत / दूध पिलाते

• घड़ी देखते… समय बहुत कम है

• सब्जी खरीदते… सतयुग में सबकुछ श्रेष्ठ होगा

• पैसे देते… सतयुग में सबकुछ free होगा

• दूध खरीदते… सतयुग में गाएं भी फ़र्स्ट-क्लास होगी

• लाइन में खड़े… मुझे अन्त में पश्चाताप के बजाए, प्राप्ति-स्वरूप की लाइन में रहना है

• गीत-संगीत का आवाज सुनते… बाबा की यादों में रहना है

• TV पर peace of mind देखते… सूक्ष्मवतन के TV में बाबा मुझे देख रहे है

• किसी के लड़ाई-झगड़े का आवाज… 1 मिनट बैठ शान्ति शुभ-भावनाओं का दान देेना

• यदि विश्व में कोई जगह विशेष आवश्यकता हो… पावरफुल सकाश देना

सारा दिन

• सेवा करते… बाबा करन-करावनहार है

• गैस on करते… बाबा के योग को अग्नि भी चालू

• भोजन बनाते… बाबा की पवित्र किरणें इसमें पड़ रही है

• मीठी चीज़ बनाते… बाबा मुझे रोज़ गरम-हलवा मुरली खिलाते

• भोजन करने से पहले… बाबा को भोग लगाना

• भोजन देखते… मैं परम पवित्र आत्मा हूँ

• भोजन मुख में डालने से पहले… बाबा ने आज क्या कहा

• भोजन करते… मैं आत्मा बाबा को खिला रही हूँ, बाबा मुझे खिला रहे हैं

• वार्तालाभ करते… मैं आत्मा से बात कर रही हूँ, कानों द्वारा सुन रही हूँ

• ट्रेफिक कंट्रोल… मन को बिल्कुल शान्त करना

• संकल्पों पर Attention

• ज्ञान का विचार सागर मंथन

• रेस्ट करते… बाबा सिर में massage कर रहे है

• आराम करते… बाबा पैर भी दबाते हैं


*मोबाइल use करते*

• यह साधन मुझे सेवा-अर्थ मिला हैं… साधना को इस पर आधारित नहीं करना है

• रिंग बजते… आत्मा का फोन है

• फोन करते… आत्मा को फोन कर रही हूं

• चार्ज करते… मुझे अपने को भी चार्ज करना है, बाबा की याद से

• Email आया तो… बाबा भी मुझे रोज़ प्रेम-पत्र मुरली भेजते

• Message आया तो… बाबा ने मुझे आज क्या मैसेज दिया है?

• सेवा-अर्थ whatsapp... बाबा मेरे लिए सदा online रहते हैं

• सेवा-अर्थ facebook… बाबा ही मेरा सच्चा खुदा दोस्त है


*प्रकृति देखते*

• पेड़… बाबा ने हमें कितना अच्छा कल्प-वृक्ष का ज्ञान दिया है

• फूल… मैं आत्मा खुशबूदार फूल हूँ

• फल… मुझे सेवा का प्रत्यक्षफल खाना है, नाम-मान-शान का कच्चा फल नहीं

• पक्षी… मैं भी आत्म-पंछी हूँ

• पशु… सतयुग में जानवार भी सम्पूर्ण-स्वच्छ फ़र्स्ट-क्लास होंगे

• धरती… मुझे धरती-समान दाता बनना है

• आकाश… मुझे भी आकाश समान विशाल बनना है

• सूर्य… बाबा भी ज्ञान सूर्य है

• चंद्रमा… मुझे भी ज्ञान-चंद्रमा ब्रह्मा-बाबा समान सम्पूर्ण बनना है

• सितारे… मैं आत्मा लक्की ज्ञान-सितारा हूँ


*शाम को*

• नुमाशाम को… बाबा की powerful याद!

• लाइट-fan की स्विच on करते… कोई भी एक श्रेष्ठ स्मृति की स्विच ऑन

• लाइट on करते… बाबा ने मेरा जीवन ज्ञान-रौ से प्रकाशित कर दिया है

• Fan on करते… मैं बाबा का fan हूँ!


*सोते समय*

• चार्ट लिखते के बाद… देखे, बाबा को चार्ट देते हुए

• नाइट-ड्रेस पहनते… फरिश्ता रूप की ड्रेस

• AC करते… बाबा की याद भी शीतल ठण्डक है

• बिस्तर तैयार करते… बाबा भी सूक्ष्मवतन में मेरा bed तैयार कर रहे हैं

• लेटते हुए… यह शरीर को गैरेज में रख, मैं आत्मा उड़ चली अपने घर!

• सोना… बाबा की गोद में, बाबा मेरे सिर पर हाथ फेर रहे हैं


तो चलिए आज सारा दिन… हर कर्म में बाबा के ज्ञान-योग को जोड़कर, सदा योगयुक्त स्थिति में स्थित शान्ति, प्रेम, आनंद से भरपूर रहे… जिससे औरों को भी प्राप्ति-प्रोत्साहन मिलता, और हम साथ में सतयुग स्थापन करने के निमित्त बन जाएंगे… ओम शान्ति!

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विश्वकर्मा की विशेषता क्या है और आध्यात्मिक रहस्य क्या है? - Brahma Kumaris

 विश्वकर्मा की विशेषता क्या है और आध्यात्मिक रहस्य क्या है

_पौराणिक कथा_
_आदि काल से ही विश्वकर्मा शिल्पी अपने विशिष्ट ज्ञान एवं विज्ञान के कारण ही न मात्र मानवो अपितु देव गणों द्वारा पूजित और वंदित है भगवान विश्वकर्मा के अविष्कार एवं निर्माण कार्यो के संदर्भ में इन्द्र पुरी यम पुरी वरूण पुरी कुबेर पुरी पाडण्व पुरी सुदामा पुरी आदि का निर्माण इनके द्वारा ही किया गया है पुष्पक विमान का निर्माण व सभी देवो के भवन और दैनिक उपयोगी होने वाली वस्तुऐ भी इनके द्वारा ही बनाया गया है कान के कुंण्डल विष्णु भगवान का सुर्दशन चक्र शंकर भगवान का त्रिशुल और यम राज का काल दण्ड इत्यादि वस्तुओं का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने ही किया भगवान विश्वकर्मा ने ब्रह्मा जी की उत्पत्ति करके उन्हें प्राणी मात्र का सृजन करने का वरदान दिया और उनके द्वारा 84 लाख योनियों को उत्पन्न किया श्री विष्णु भगवान की उत्पत्ति कर उन्हें जगत में उत्पन्न सभी प्राणियों की रक्षा और भरण पोषण का कार्य सौप दिया प्रजा का ठीक सुचारु रूप से पालन और हुकुमत करने के लिए एक अत्यंत शक्ति शाली तीव्र गामी सुर्दशन चक्र प्रदान किया बाद में संसार के प्रलय के लिए एक अत्यंत दयालु भोले बाबा भोले नाथ श्री शंकर भगवान की उत्पत्ति की उन्हें डमरु कमण्डल त्रिशूल आदि प्रदान कर उनके ललाट पर प्रलय कारी तिसरा नेत्र भी प्रदान कर दिया और उन्हें प्रलय की शक्ति देकर शक्ति शाली बनाया यथा अनुसार इनके साथ इनकी देवियाँ खजाने की आधिपति माँ लक्ष्मी राग रागिनी वाली वीणावादिनी माँ सरस्वती और मा गौरी को देकर देवो को सुशोभित किया।_

_इसका आध्यात्मिक रहस्य है कि सारे विश्र की उत्पत्ति करने वाले व सभी मानव मात्र की उत्पत्ति करने वाले व जितने भी जीव है सभी की रचना स्वंय हमारे निराकार शिव बाबा ने की है वो सारे संसार के कर्ता धर्ता है उन्हें ही भक्ति मार्ग में विश्वकर्मा के नाम से जाना जाता है और शिव बाबा एक साधारण मनुष्य के तन में प्रवेश करते हैं और उनका नाम ब्रह्मा रखते हैं और ब्रह्मा के द्वारा ही ब्राह्मण रचे जाते हैं और फिर ब्राह्मण ही देवी देवता बनते हैं और ब्रह्मा ही विष्णु बनते हैं और संगम पर सारे शस्त्र मिलते है लेकिन वो ज्ञान के आधार पर जैसे ज्ञान का शंख ज्ञान का तीसरा नेत्र सुर्दशन चक्र मतलब स्वयं का दर्शन और चारो युगों का दर्शन और शिव बाबा के पास जो भी था सब ब्रह्मा बाबा को दिया ब्रह्मा बाबा के द्वारा हम बच्चों को मिला ब्रह्मा ही विष्णु बनते है और ब्रह्मा के साथ मम्मा को दिखाया है जो जगदम्बा सरस्वती है उन्हें भक्ति मार्ग में अनेक नामो से पुकारते है और जो तेतीस कोटी देवी देवताओ की महिमा गायी जाती है वो हम सब बच्चे ही अपने पुरुषार्थ के द्वारा बनते हैं।_

_सारे विश्व के सृजन करने वाले व भरण पोषण करने वाले एक शिव बाबा ही है जो ब्रह्मा बाबा को निमित्त बनाकर उनके द्वारा सारा कार्य करवाते हैं।_
_शिव बाबा ही विश्वकर्मा है यानि सारे संसार को चलाने वाले एक शिव बाबा ही है जिन्हें विश्वकर्मा नाम से पुकारते है और पूजा भी करते है।_




💖💗💖 ओम् शांति

About Me - BK Ravi Kumar

I am an MCA, IT Professional & Blogger, Spiritualist, A Brahma Kumar at Brahmakumaris. I have been blogging here.