स्वीट साइलेन्स स्वरूप की स्थिति किसे कहा जाता है, इस अभ्यास का क्या महत्व है?
उत्तर:-लोग चिल्लाते रहें और आप अचल रहो। प्रकृति भी, माया भी सब लास्ट दाँव लगाने लिए अपने तरफ कितना भी खींचे लेकिन आप न्यारे और बाप के प्यारे बनने की स्थिति में लवलीन रहो,
☝️ इसको कहा जाता देखते हुए न देखो, सुनते हुए न सुनो... ऐसा अभ्यास हो। इसी को ही स्वीट साइलेन्स स्वरूप की स्थिति कहा जाता है।
👉 फिर भी बापदादा समय दे रहा है। अगर कोई भी कमी है तो अब भी भर सकते हो क्योंकि बहुतकाल का हिसाब सुनाया।
☝️ तो अभी थोड़ा चांस है, इसलिए इस प्रैक्टिस की तरफ फुल अटेन्शन रखो। पास विद आनर बनना या पास होना यह आधार इसी अभ्यास पर है। ऐसा अभ्यास है?
🔔 समय की घण्टी बजे तो तैयार होंगे या अभी सोचते हो तैयार होना है?
☝️ इसी अभ्यास के कारण अष्ट रत्नों की माला विशेष छोटी बनी है। बहुत थोड़े टाइम की है।
जैसे आप लोग कहते हो ना सेकण्ड में मुक्ति वा जीवनमुक्ति का वर्सा लेना सभी का अधिकार है।
06-09-20 प्रात:मुरली ओम् शान्ति "अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज: 16-03-86 मधु
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